निष्काम कर्मयोग अपना स्वतंत्र योग है। जैसे तत्त्व ज्ञान, ज्ञान योग, सांख्य योग मुक्ति देने में स्वतंत्र है। ऐसे ही भक्ति ध्यान योग भी मुक्ति देने में स्वतंत्र माना गया है, ठीक ऐसा ही दर्जा है निष्काम कर्मयोग | निष्काम कर्म योग भी स्वतंत्र है ।मुक्ति देने में स्वतंत्र है।
पूज्य बापूजी - ऑडियो सत्संग - “सेवा ही भक्ति “
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