अपनेस्वार्थकोपोषनेकाअहंकारकोपोषने का, या अपनी दूषितवासनाओकोपोषने का, जोभीकोनेखाचरेमेंवासनायें, या बेवकूफियाँया भावहैउसकोउखाड़केफेंकदे।बड़ेबड़ेजोगियोंकोसमाधिकरनेसे जोसुखमिलताहैवोसुखसतियोंकोअपनेघरमेंहीमिला।बड़ाबड़ासामर्थ्यजिनयोगियोंकेजीवनमेंसुनाजाताहैउससेभीबढ़ाचढ़ासामर्थ्यसतियोंकेजीवनमेंसुनागयाहै।सतियोंनेक्याकिया? सतियोंनेअपनीइच्छाछोड़दी, पतिकीइच्छामें अपनी इच्छा मिलादी |पतिकीइच्छामें, पतिकेसंतोषमें, पतिकीख़ुशीमेंअपनीख़ुशीकोरखदिया।पतिकी.....बसमेरीइच्छानहीं... पतिकीइच्छा।पतिकीइच्छामेंअपनीइच्छामिलानेसेउनकीअपनीइच्छाएं हटतीगयीं , अपनीइच्छाएं हटतीगयींऔरउनकीसेवाचमकतीगयीऔरवे सतियाँऐसी ऐसी महानहोगयीं कि सूर्यकीगतिकोथामलिया।