वस्तु और योग्यताएं सेवा में लगा दी

 रावण और कंस क्यों विफल गए ? और क्यों अभी तक फटकार पाते है कि बस उनमें योग्यताएं बहुत सारी थीं , वस्तुएं बहुत सारी थीं लेकिन वो अहंकार विसर्जन करने में, सेवा में नहीं लगाकर, अहंकार को पुष्ट करने में और वासनाओं को भड़काने में लगायी।  इसीलिए वे विफल हैं।  रामजी के पास और कृष्णजी के पास जो वस्तु और योग्यताएं थी वो सेवा में लगा  दी तो रामजी और कृष्णजी अभी तक भारत के हर दिल पर राज्य कर रहे है।  धरती पर कई राजा आये और कई चले गए लेकिन दो राजाओं का नाम अभी भी भारत वासियों के हृदय पर  है वह राज्य राजा रामचन्द्र और राजा कृष्णचन्द्र उनका राज्य है क्योंकि वो भलाई ही अपनी वस्तु और योग्यता का सदुपयोग करने की कला थी उनमें।

पूज्य बापूजी - ऑडियो सत्संग - “सेवा ही भक्ति“

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